मूत्रवर्धक - प्रभाव, उपयोग और जोखिम - दवाई

मूत्रल



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आंत में डायवर्टीकुलम (डायवर्टीकुलोसिस)
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मूत्रवर्धक सक्रिय तत्व हैं जो शरीर (मनुष्यों और जानवरों) से गुर्दे के माध्यम से लवण और पानी के प्रवाह को काफी बढ़ाते हैं। इसलिए उनका उपयोग उच्च रक्तचाप, ग्लूकोमा और एडिमा जैसी कई बीमारियों की चिकित्सा में किया जाता है